रविवार, 7 अक्तूबर 2018

खुश तो वो भी कुछ खास नही है ।

उनका जीवन कठिन है क्योकि उन लोगो ने जीवन को ऐसा बना के रखा है ; मैं सरल फैसले लेता हूँ , सरल काम करता हूँ , सरल व्यक्ति हूँ, मेरा जीवन सरल है ; इसमे क्या गलत है। वो और मैं , जब दोनों अपनी अंतिम सांस ले रहे होंगे तब देखेंगे कि अपने बीते हुए जीवन से कोन कितना ज्यादा खुश है । कहने का मतलब ये है कि जीवन को सरल बनाओ । इतना कठिन नही है सब कुछ, बस जो मिल रहा है उसको सही तरह से उपयोग करते चलो , जरूरी नही है की हर व्यक्ति अनिल अंबानी जितना भौतिक सुख सुविधाओं से लिप्त बने । लेकिन विचार करने वाली बात ये है कि पर उन पर भी सैकड़ो करोड़ का कर्ज है इसलिए "खुश तो वो भी कुछ खास नही है।"

-विकास शर्मा

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