अब जीत आप की होगी । (भाग-2)
क्या आपने कभी अपनी आँखों की कार्यप्रणाली पर ध्यान दिया है ? आपकी आंखें एक समय पर एक निश्चित दूरी पर रखी वस्तु को ही फोकस करती है, उसके आगे और पीछे के चित्र को धुंधला कर देती है । आप भी यही करे, एक समय पर एक कार्य पर ध्यान केंद्रित करे। तभी आप मन वांछित फल प्राप्त कर पाएंगे ।
क्या आपने कभी चाय वाले को चाय के ग्लास उठाते हुए देखा है ? वह एक हाथ से कई ग्लास पकड़ लेता है, पर जिस तरह से वो एक ग्लास में एक उंगली डाल कर एक साथ कई ग्लासो पर पकड़ बनाता है क्या उस पकड़ को मजबूत पकड़ कहा जायेगा ? नही... पकड़ तब मजबूत कहलाएगी जब उसने एक हाथ से एक ग्लास को पकड़ा होगा । आप भी इसी तरह कार्य करे ; एक बार मे एक काम पर ध्यान केंद्रित करें एवं उस पर पकड़ बनाये । यह ध्यान केन्द्रण की प्रकिया आप को स्वयं के प्रयासों से ही सीखनी होगी यह कोई अन्य आप को नही सिखा सकता । खुद कोशिश करे इसे सीखने की , आज नही तो कल आप इसे जरूर सीख जायँगे और जब आप इसे सीख जाएंगे बस "फिर जीत आप की होगी।"
-विकास शर्मा
क्या आपने कभी चाय वाले को चाय के ग्लास उठाते हुए देखा है ? वह एक हाथ से कई ग्लास पकड़ लेता है, पर जिस तरह से वो एक ग्लास में एक उंगली डाल कर एक साथ कई ग्लासो पर पकड़ बनाता है क्या उस पकड़ को मजबूत पकड़ कहा जायेगा ? नही... पकड़ तब मजबूत कहलाएगी जब उसने एक हाथ से एक ग्लास को पकड़ा होगा । आप भी इसी तरह कार्य करे ; एक बार मे एक काम पर ध्यान केंद्रित करें एवं उस पर पकड़ बनाये । यह ध्यान केन्द्रण की प्रकिया आप को स्वयं के प्रयासों से ही सीखनी होगी यह कोई अन्य आप को नही सिखा सकता । खुद कोशिश करे इसे सीखने की , आज नही तो कल आप इसे जरूर सीख जायँगे और जब आप इसे सीख जाएंगे बस "फिर जीत आप की होगी।"
-विकास शर्मा
लेबल: MOTIVATIONAL
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