रविवार, 7 अक्तूबर 2018

अब जीत आप की होगी ।

क्या होता अगर वर्ल्ड कप के पहले धोनी हार मान लेते, क्या होता अगर स्वतंत्रता मिलने के पहले महात्मा गांधी हार मान लेते, क्या कभी इंसान चाँद पर पहुँच पाता अगर नासा के लोग हार मान लेते ?  सफलता हमसे दूर नही है वो हमारे पास ही है बस एक ताला डले हुए बक्से में बंद है हमे उस ताले की चाबी ढूंढनी है । क्या होगा अगर हम किसी ताले को गलत चाबी से खोले , क्या वो खुलेगा? खोल के देखिए , आप कितनी भी मेहनत कर ले वो नही खुलेगा । अब उसी ताले में सही चाबी लगा के देखिए , क्या हुआ ? फट से खुल गया ना... मेहनत लगी क्या ? नही ना ! यही सफलता का मूल मंत्र है आप को सही चाबी ढूढनी होगी । जीवन ऐसा ही है ,यहाँ सिर्फ मेहनत से काम नही चलेगा आप को सही चीजे करनी होगी । आप को ये देखना होगा कि आप के प्रयासों में कमी कहाँ है  ।  डॉक्टर भी इसी तरह काम करते है वो आप का ब्लड टेस्ट करते है और देखते है कि किस चीज की कमी है ,जिस चीज की कमी होती है उसे दवाइयों से पूरी कर देते है, आप ठीक हो जाते है । आप को भी अपने लक्ष्य को पाने के लिए, सफल होने के लिए इसी प्रकार काम करना होगा । आप सोचें और समझे की आप के प्रयासों को कमी कहाँ है ,जो कमियों है उन्हें पूरा करे । जैसे ही आप उन कमियों को पूरा कर लेंगे , बस "फिर जीत आप की होगी।"

-विकास शर्मा

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